सà¥à¤µà¥ˆà¤šà¥à¤›à¤¿à¤• समà¥à¤¦à¤¾à¤¯ सेवा के माधà¥à¤¯à¤® से यà¥à¤µà¤¾ छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ के वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ और चरितà¥à¤° के विकास के पà¥à¤°à¤¾à¤¥à¤®à¤¿à¤• उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ से राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ सेवा योजना (à¤à¤¨à¤à¤¸à¤à¤¸) को 1969 में शà¥à¤°à¥‚ किया गया था। शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤ में इसे 37 विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯à¥‹à¤‚ में शà¥à¤°à¥‚ किया गया था जिसमें लगà¤à¤— 40,000 सà¥à¤µà¤¯à¤‚सेवियों को शामिल किया गया था। हालांकि, समय बीतने के साथ-साथ अखिल à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® बन गया। à¤à¤¨à¤à¤¸à¤à¤¸ के अंतरà¥à¤—त आने वाले शैकà¥à¤·à¤£à¤¿à¤• संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ की संखà¥à¤¯à¤¾ में पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤µà¤°à¥à¤· बढ़ोतरी हो रही है।





